एनटीडी दिवस पर सीएचओ को आईडीए अभियान को लेकर किया गया प्रशिक्षित
अतुल शुक्ला
उन्नाव।विश्व उपेक्षित उष्णकतिबंधीय रोग(वर्ल्ड नेग्लेक्टेड डिजीज या एनटीडी) दिवस पर बृहस्पतिवार को सीएचसी बिछिया पर सर्वजन दवा सेवन अभियान(आईडीए) को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों(सीएचओ)को प्रशिक्षित किया गया |
इस मौके पर सहायक मलेरिया अधिकारी मुकेश दीक्षित ने बताया कि हर साल वर्ल्ड एनटीडी डे 30 जनवरी को मनाया जाता है | यह 20 बीमारियों का समूह है जो कि प्रोटोजोआ, वायरस, जीवन, फंगस द्वारा होती हैं | इन बिमारियों के उदाहरण है-डेंगू, मलेरिया, फ़ाइलेरिया, रेबीज आदि | सरकार ने साल 2027 तक फ़ाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा है | फ़ाइलेरिया मच्छर के काटने से होती है | यह संक्रामक बीमारी है और इसके लक्षण मच्छर काटने के पांच से 15 साल बाद दिखायी देते हैं | यह बीमारी ठीक नहीं होती है इससे बचाव का जरिया है मच्छरों के काटने से बचना और फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन करना | आईडीए अभियान के तहत लगातार तीन साल तक फ़ाइलेरिया रोधी दवा के सेवन से इस बीमारी से बचा जा सकता है | उन्होंने बताया कि फ़ाइलेरियारोधी दवा दो साल से कम आयु के बच्चों, गर्भवती और अति गंभीर बीमारी से पीड़ित को छोड़कर सभी को खानी है | खाली पेट इस दवा का सेवन नहीं करना है | फ़ाइलेरियारोधी दवा के सेवन के बाद कुछ लोगों में जी मितलाना, चक्कर आना जैसी समस्याएँ हो सकती हैं यह अपने आप ठीक हो जाती हैं | शरीर में फ़ाइलेरिया के परजीवियों के मरने के परिणामस्वरूप यह प्रतिक्रिया होती है | इसलिए घबराने की जरूरत नहीं है | यह अपने क्षेत्र के लोगों को बताएं |
इस अवसर पर सहायक मलेरिया अधिकारी ने उपस्थित सभी लोगों को फ़ाइलेरियारोधी दवा का सेवन करने की शपथ दिलाई |
इस मौके पर बायोलॉजिस्ट के.के.गुप्ता, बीसीपीएम ममता, 18 सीएचओ, संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च(सीफॉर)पीसीआई के प्रतिनिधि मौजूद रहे |
इसी क्रम में ब्लाक बिछिया के आयुष्मान मन्दिर जमुका क्षेत्र के पंचायत भवन में एनटीडी दिवस के मौके पर पेशेंट स्टेकहोल्डर प्लेटफोर्म(पीएसपी)के सदस्यों द्वारा क्षेत्रीय लोगों के साथ जागरूकता बैठक आयोजित की गयी | जिसमे पीएसपी सदस्य सीएचओ रेशू सिंह ने बैठक में उपस्थित लोगों को फ्लिपबुक और वीडिओ के माध्यम से फाइलेरिया रोग के बारे में तथा मच्छर जनित बीमारियो के बारे में जानकारी तथा वीडियो दिखा कर जानकारी कराई गई । सीएचओ ने बताया कि पीएसपी, संस्था सीफ़ॉर द्वारा बनाया गया एक साझा मंच है जिसके सदस्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, प्रधान , पंचायत सहायक ,अध्यापक, स्वास्थ्य सखी, स्वयं सहायता समूह के सदस्य व फाइलेरिया रोगी होते हैं और वह बैठक फ़ाइलेरिया से बचाव, लक्षण और उपचार पर चर्चा करते हैं | गांवों में लोगों को इसके बारे में बताते हैं और इसके साथ ही लोगों को फ़ाइलेरिया रोधी दवा का सेवन करने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं |
एनटीडी दिवस पर सीएचओ को आईडीए अभियान को लेकर किया गया प्रशिक्षित

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