मेवाड़ शासक राणा सांगा एक महान योद्धा थे, वे एक शक्तिशाली शासक भी थे,डॉ.भवानीदीन
हमीरपुर: सुमेरपुर,राष्ट्र प्रथमतः की सोच रखने वाले के मद्देनजर वर्णिता संस्था के तत्तावधान मे विमर्श विविधा के अन्तर्गत जिनका देश ऋणी है के तहत एक बेमिसाल मेवाड शासक राणा सांगा की जयन्ती 12 अप्रैल पर संस्था के अध्यक्ष डा भवानीदीन ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि राणा सांगा एक महान योद्धा थे, वे एक शक्तिशाली शासक भी थे।
इनका जन्म 12 अप्रैल 1482 को राणा रायमल के घर चित्तौड़ मे हुआ था, इनके तीन भाई और थे, इन्होंने लगभग 100 युद्ध लडे थे, दिल्ली, गुजरात और मालवा के मुगल शासकों से अपने राज्य की रक्षा की थी, खानवा और बयाना के युद्ध राणा ने अपना परचम लहराया,1509 से 1528 तक चित्तौड़ मे शासन किया, खानवा युद्ध मे राणा के 80 घाव हो गये थे, एक हाथ,एक आख और एक पैर खो चुके थे, फिर भी बाबर को हराया था,इन्हें घायलावस्था मे चित्तौड़ मे इन्हीं के लोगों जहर देकर मखर दिया था, इस तरह से इनका लगभग दशकों का महत्वपूर्ण जीवन रहा, कार्यक्रम मे सिद्धा,अशोक अवस्थी, प्रेम,सागर,प्रिन्स, महावीर प्रजापति अवर अभियंता, महावीर, संतोष, विकास, आशुतोष, पंकज सिंह, दस्सी और अजय आदि शामिल रहे।