ठगी पीढ़ी जमाकर्ता परिवार ने जिलाधिकारी ज्ञापन देकर कराया समस्याओं से अवगत//साक्षी अवस्थी
साक्षी अवस्थी
फतेहपुर,30 जनवरी।ठगी पीढ़ी जमाकर्ता परिवार ने जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अवगत कराया कि उत्तर प्रदेश में अनियमित जमा याजनाएं पाबंदी अधिनियम 2019 और उत्तर प्रदेश के जमाकर्ता हित संरक्षण अधिनियम 2016 का उल्लंघन करके विभिन्न कम्पनी एवं क्रेडिट कॉपरेटिव सोसाइटी बगैरा पोंजी स्कीम्स चला रही थीं। जिन्हें भारत सरकार एवं राज्य सरकार ने प्रतिबंधित कर दिया था और जमाकर्ताओं/ठगी पीड़ितों के जमाधन की वापसी का दायित्व आवेदन लेकर सक्षम और सहायक सक्षम अधिकारियों को दिया था।
राज्य सरकार ने प्रत्येक मंडलायुक्त एवं सरक्षण अधिकारी (सक्षम अधिकारी) बनाकर ठगी जिलाधिकारी को जमाकर्ता हित पीड़ितों से आवेदन लेकर उनके जमाधन के भुगतान की व्यवस्था की है। उक्त भुगतान कानूनों की अनुपालना करवाने के लिए हमारा संगठन ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार, तपजप लगातार सत्त्याग्रह कर रहा है और सरकार से ठगी पीड़ितों के समुचित भुगतान की मांग कर रहा है। फतेहपुर जिला में निवेशकों एवं एजेंट्स के बीच हाहाकार मचा हुआ है और आपस में गोलीबारी तक कर रहे हैं जो गंभीर रूप लेता जा रहा है। एजेंट्स पर नाजायज दबाव बनाकर निवेशक और कुछ पुलिसकर्मी जबरन धन वसूली कर रहे हैं, कुछ पुलिसकर्मी एजेंट्स के खिलाफ शिकायत मिलते ही एजेंट्स का उत्पीड़न आरम्भ कर देते हैं और अनुचित तरीके से दबाव बनाकर उनसे जबरन धन वसूली करते हैं और जबरन लिखवा लेते हैं कि निवेशक की जमाराशि का भुगतान तुम करोगे।सभी कम्पनी और सोसाइटी बंद हो चुकी है और उनके प्रबंधक जेलों में है या फरार है।इन कम्पनीज में काम करने वाले एजेंट् जो स्वयं निवेशक भी हैं पुलिस द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न के कारण अत्यंत तनाव में हैं और आए दिन उनके साथ अप्रिय वारदात हो रही है। कई एजेंट्स ने पुलिस उत्पीड़न के कारण आत्महत्या तक कर ली है और कितने ही भय के कारण पलायन कर गए है एजेंट्स और निवेशकों के मध्य गोलीबारी तक की घटनायें हुई हैं। जिसका बड़ा या मूल कारण शासन द्वारा भुगतान प्रक्रिया आरम्भ न करना और सक्षमअधिकारियों द्वारा कानून की अनुपालना में लापरवाही बरतना है। निर्दोष एजेंट के खिलाफ दर्ज किए गए झूठे मुकदमे को सरकार वापस ले और एजेंट के खिलाफ पुलिस उत्पीड़न को बंद करवाया जाए एजेंट को सुरक्षा सम्मान एवं क्षतिपूर्ति का अधिकार दें।
इस अवसर पर संस्थापक मदनलाल आजाद, राकेश कुमार साहू, कमलेश कुमार, अशोक कुमार, प्रदीप कुमार शर्मा, राम अवतार गोविंद प्रसाद, सतीश कुमार, चंद्रशेखर प्रजापति, राम सुमेर, अंबिका प्रसाद, बिंदा प्रसाद, सत्येंद्र कुमार, लोकेश कुमार, कृष्णपाल, जगदीश कुमार, रामशरण दास, रमेश कुमार, शिवमोहन, रुद्रपाल शर्मा, दीपक कुमार सैनी, अवधेश कुमार, हरिओम प्रजापति, अमृतलाल राम, भवन विश्वकर्मा, राम सिया, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।